गोदरेज और फ्रांस की सैफरन के बीच बड़ी डील, भारत में बनेंगे हवाई जहाज के LEAP इंजन के पार्ट्स

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भारत के 'मेक इन इंडिया' अभियान और एयरोस्पेस सेक्टर को एक बड़ी कामयाबी मिली है। गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप (GEG) के एयरोस्पेस बिजनेस ने फ्रांस की जानी-मानी कंपनी सैफरन एयरक्राफ्ट इंजन्स के साथ एक महत्वपूर्ण डील साइन की है। इस पाँच साल के अनुबंध के तहत, गोदरेज अब भारत में ही दुनिया के सबसे आधुनिक जेट इंजनों में से एक, 'लीप इंजन' (LEAP Engine) के बेहद ज़रूरी पार्ट्स का निर्माण करेगी।

आपको बता दें कि लीप इंजन का इस्तेमाल आज के समय के सबसे लोकप्रिय नैरो-बॉडी हवाई जहाजों में होता है। इनमें एयरबस A320 नियो और बोइंग 737 मैक्स जैसे विमान शामिल हैं, जिनका उपयोग भारत में इंडिगो, एयर इंडिया और अकासा एयर जैसी प्रमुख एयरलाइंस करती हैं। इन इंजनों को GE Aerospace) और सैफरन की जॉइंट वेंचर कंपनी 'CFM International' ने मिलकर विकसित किया है। यह डील दिखाती है कि भारतीय कंपनियां अब ग्लोबल सप्लाई चेन का एक अहम हिस्सा बन रही हैं।

इस कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, गोदरेज अपनी फैक्ट्री में लीप इंजनों के लिए टाइटेनियम धातु से बनने वाले 'कॉम्प्लेक्स वेंटिलेशन असेंबली' का निर्माण करेगी। इन पार्ट्स को बनाने की प्रक्रिया बेहद जटिल होती है, जिसमें 'कॉम्प्लेक्स मशीनिंग', 'प्रिसिजन वेल्डिंग' (यानी बहुत सटीक वेल्डिंग), और 'एडवांस्ड नॉन-डिस्ट्रक्टिव टेस्टिंग' जैसी उच्च-स्तरीय तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। यह सब इसलिए जरूरी है ताकि नागरिक उड्डयन (सिविल एविएशन) के कड़े सुरक्षा मानकों को पूरा किया जा सके।

इस मौके पर गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और एयरोस्पेस बिजनेस के हेड, मानेक बेहरामकामदीन ने कहा, "यह कॉन्ट्रैक्ट इस बात का सबूत है कि ग्लोबल एयरोस्पेस इंडस्ट्री में भारत की भूमिका लगातार बढ़ रही है। इतने जटिल पार्ट्स का भारत में निर्माण करना 'मेक-इन-इंडिया फॉर द वर्ल्ड' के हमारे विजन को और मजबूत करता है।"

यह डील गोदरेज और सैफरन के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को और भी गहरा करती है। सैफरन एयरक्राफ्ट इंजन्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डोमिनिक डुपुय ने कहा, "गोदरेज के साथ इस साझेदारी को आगे बढ़ाकर हम न केवल लीप प्रोग्राम को सपोर्ट कर रहे हैं, बल्कि भारत को ग्लोबल एयरोस्पेस इकोसिस्टम में एक स्ट्रेटेजिक हब के रूप में विकसित करने की अपनी सोच को भी आगे बढ़ा रहे हैं।"

इस नए अनुबंध के साथ, गोदरेज ने हाई-प्रिसिजन एयरोस्पेस पार्ट्स के एक प्रमुख ग्लोबल सप्लायर के रूप में अपनी स्थिति को और भी मजबूत कर लिया है। गौरतलब है कि गोदरेज एयरोस्पेस पहले से ही इसरो के चंद्रयान और गगनयान जैसे महत्वपूर्ण मिशनों के लिए भी कई जरूरी कंपोनेंट्स की सप्लाई करती रही है, जो इसकी तकनीकी क्षमता को दर्शाता है।
 

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